भगवत गीता पढ़ने के फायदे?
>> गीता पढ़ने वाले व्यक्ति को सच और झूठ, ईश्वर और जीव का ज्ञान हो जाता है। उसे अच्छे और बुरे की समझ आ जाती है। गीता पढ़ने से व्यक्ति का आत्मबल बढ़ता है और व्यक्ति साहसी और निडर बनकर अपने कर्तव्य पथ पर आगे बढ़ता है। रोजाना गीता पढ़ने से शरीर और दिमाग में सकारात्मक ऊर्जा विकसित होती है।
भगवत गीता कब पढ़ना चाहिए?
> वैसे तो भगवद्गीता का पाठ किसी भी समय कभी भी किया जा सकता है, परंतु इसका पूर्णफल प्राप्त करने के लिए इसे सही प्रकार से पढ़ा जाना आवयश्यक होता है। जैसे पूजा-पाठ और जाप के लिए सुबह का समय सर्वोत्तम रहता है उसी प्रकार से गीता को भी सुबह के समय पढ़ना चाहिए। गीता बहुत ही पवित्र ग्रंथ है। इसे कभी भी गंदे हाथों से न छुएं।
भगवत गीता हिंदी में कैसे पढ़ें?
> गीता का पाठ हमेशा स्नान के बाद और शांत चित्त मन से ही करना चाहिए. पाठ करते समय बीच-बीच में इधर-उधर की बातें नहीं करनी चाहिए और न ही किसी कार्य के लिए बार-बार उठना चाहिए. साफ-सफाई वाले स्थान और जमीन पर आसन बिछाकर ही गीता का पाठ करना चाहिए.
क्या भगवद गीता को घर में रखना अच्छा है?
> पवित्र ग्रंथ रामायण, श्रीमद्भागवतम, भगवद गीता, देवी महात्म्य के साथ-साथ चंदन, हल्दी, सिन्दूर आदि को सबके देखने के लिए लिविंग रूम में रखा जाना चाहिए।